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जेल अधीक्षक बनाम अधीनस्थ कर्मचारी एवं बंदी प्रताड़ित विषय अंक बिंदास


 खबर बैतूल मध्य प्रदेश से 

बैतूल जिला जेल अधीक्षक  योगेंद्र तिवारी के तानाशाही रवैया को लेकर पूर्व में भी बहुत सी खबरें प्रकाशित  की गई इसी क्रम में हाल ही में जिला जेल में पदस्थ जेल प्रहरी  अभिलाष ठाकुर के संबंध में घटना सामने आई है जिसमें अभिलाषा ठाकुर ने सीधे तौर पर जेल अधीक्षक पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जेल अधीक्षक  मेरे महिला होने पर भी मुझसे अभद्र व अमर्यादित व्यवहार करते हैं जिससे कि मैं अपने कार्य स्थल पर अपने कर्त्तव्य का निर्वाह करने मेअसहजता महसूस करती हूं उन्होंने आरोप लगाया कि उनका 1 वर्ष का छोटा बच्चा है जिसके अस्वस्थ होने के कारण संतान पालन अवकाश के लिए अधीक्षक महोदय से निवेदन किया था परंतु उन्होंने मेरे निवेदन पर किसी प्रकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं दी .

मेरा बच्चा बीमार था इसलिए मैंने बच्चे के स्वस्थ होने तक के लिए अवकाश लिया तथा दिनांक 25 3.2025 को अपने कर्तव्य पर उपस्थित हुई तो श्रीमान जेल अधीक्षक महोदय के निर्देश पर चीफ साहब मोहम्मद इरशाद ने गेट पर खुले में मेरे सामान की तलाशी ली एवं मुझे मेरे एक वर्ष के छोटे बच्चे के लिए स्वच्छ पानी व पोषण आहार जेल के अंदर ले जाने नहीं दिया गया और कहा कि की बच्चों को लेकर ड्यूटी पर नहीं जाना है 

इसके बाद मैं पुनः दिनांक 26 3.2025 को अपने कर्त्तव्य पर उपस्थित हुई तो चीफ साहब मोहम्मद इरशाद द्वारा फिर से मेरे सामान की तलाशी ली गई तथा फिर से मेरे बच्चे के लिए पानी तथा पोषण आहार अंदर ले जाने के लिए मना किया गया जब मैं उनसे निवेदन किया तो उन्होंने जोर-जोर से चिल्लाने लगे तथा मुझे अभद्रता से अपमानित करने लगे वहां पर उपस्थित अन्य प्रहरियों ने जब उनको समझाया 

साहब किसी भी महिला की मर्यादा भंग ना करें उन्हें अंदर जाने दे इस पर वह उन्होंने मुझे बिना बच्चे के अंदर जाने की अनुमति दी मेरा बच्चा 1 वर्ष का छोटा बच्चा है जो कि मेरे बगैर लंबे समय तक नहीं रह पाता है ऐसे में मेरी ड्यूटी महिला वार्ड में जेल के अंदर लगी है जहां उसे मेरे साथ जाना जरूरी है

 जहां उसके आहार का सामान जो की कोई गैर जरूरी सामान नहीं है कोई नियम विरुद्ध कार्य नहीं है इसके बाद भी मेरे साथ इस प्रकार  से कार्य स्थल पर आमर्यादित  भाषा का प्रयोग कर चिल्ला चिल्ला कर मेरी बेज्जती की जाती है तथा ऊंची आवाज में अब शब्दों का प्रयोग किया जाता है मैं महिला प्रहरी हूं परंतु इसके बाद भी मुझे असंमजनक व्यवहार किया जाता है और मुझसे कहते हैं कि हम तो कभी अपने बच्चों को लेकर ड्यूटी पर नहीं गए ..

चीफ साहब मोहम्मद इरशाद यह सब जेल अधीक्षक के आदेश पर करते हैं और जेल अधीक्षक साहब जो की कभी भी मुझसे अच्छे से व्यवहार नहीं करते हैं और मुझे जातिगत टिपणी एवं अभद्र व्यवहार करते हैं कार्यस्थल पर इस प्रकार की बेइज्जती व प्रताड़ना से मैं अपना कर्तव्य निभाने में असमर्थ रही हूं इस इस तरह से जेल प्रहरी अभिलाषा ठाकुर ने जेल अधीक्षक योगेंद्र तिवारी के खिलाफ अपनी शिकायत आज पुलिस अधीक्षक महोदय बैतूल व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय कमला जोशी के समक्ष उपस्थित होकर कि उन्होंने जिला कलेक्टर को शिकायत करने कि समझाइस कि तथा इसके पश्चात कार्यवाही करने का अस्वासन दिया

आपको बता दें जेल अधीक्षक यह वह शख्स है कि इसके एक डेढ़ साल के कार्यकाल में दो बंदी अपनी जान गवा बैठे हैं जिसमें से एक फांसी लगा बैठा और दूसरा स्वास्थ्य लाभ न मिलने की वजह से दवाइयां ना मिलने की वजह से मारा गया लेकिन मध्य प्रदेश सरकार न जाने उसे किस वजह से सा प्रदान कर रही है या बहुत ही गंभीर विषय है 

जबकि ऐसे अधिकारी को तत्काल सस्पेंड कर प्रभाव से जांच कर fir दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की जानी थी क्योंकि जिम्मेदार व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियां का निर्वाह नहीं करते हुए सरकार से अच्छी मोटी रकम प्राप्त कर रहे हैं तनक के रूप में लेकिन फिर भी अपनी जिम्मेदारी को बखूबी नहीं निभा रहे हैं और उनके रहते में सास की कर्मचारी और जेल में बैंड बंधिया के साथ में गंभीर किस्म के कृत्य किया जा रहे हैं जो की एक जांच का गहरा विषय है 

लेकिन जांच अधिकारी भी कहीं ना कहीं इसमें लिफ्ट नजर आ रहे हैं क्योंकि पूर्व में जांच अधिकारी को नियुक्त किया गया था उनके द्वारा भी कोई ऐसी जांच नहीं की गई जिससे यह साबित हो सके की जिला जेल अधीक्षक दोषी है या कहीं ना कहीं सिस्टम को और भ्रष्टाचार को उजागर करता है क्योंकि इसके शिकायत करो उसकी उसके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं होती और जिसकी शिकायत करते हैं उसकी जांच करने वाले अधिकारी की बल्ले बल्ले हो जाती है यही सबसे बड़ा संकट है हमारे देश का जय हिंद जय भारत दोस्तों मिलते हैं अगली कड़ी में भारत माता की जय

ब्यूरो चीफ विजय मालवीय की खास रिपोर्ट

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