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बिट्टू बोथरा और रजनीश जैन पर धारा 120

 पत्रकार पंकज सोनी पर महिलाओं से षड्यंत्रपूर्वक हमला करवाने वाले 2 लोगों पर एफआईआर




बिट्टू बोथरा और रजनीश जैन पर धारा 120 बी और 2 अन्य महिलाओं पर भी मामला हुआ दर्ज  


बैतूल। शंकर वार्ड निवासी औऱ बैतूल से प्रकाशित सांध्य हिन्दी दैनिक सांझवीर टाईम्स के सम्पादक पंकज सोनी पर 29 अक्टूबर को नकाबपोश महिलाओं द्वारा किये हमले में षड्यंत्र रचने वाले 2 लोगों  पर गंज पुलिस थाने में मामला दर्ज हो गया है। इस मामले में हमले की आरोपी रेखा देशमुख पर पहले और फिर दो अन्य महिलाओं डिम्पल वर्मन, प्रिया बारस्कर पर मारपीट एवं गाली गलौच का मामला दर्ज हो चुका है। नर्मदापुरम आईजी दीपिका सुरी ने प्रिया बारस्कर नाम की महिला द्वारा दिए गए आवेदन के बाद नर्मदापुरम के अतिरिक्त्त पुलिस अधीक्षक से इस प्रकरण में जांच कराई जा चुकी है। जांच रिपोर्ट आने के बावजूद पुलिस ने षड्यंत्र रचने वालों पर एफआईआर नहीं की थी। नाराज पत्रकार भोपाल जाकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्र और डीजीपी से मुलाकात कर अपना रोष जाहिर कर चूके है।  इसके बाद  नाराज होकर जिला मुख्यालय और राजधानी भोपाल से प्रकाशित कई प्रतिष्ठित प्रिंट मीडिया ने ब्लैक अखबार प्रकाशित कर विरोध जताना शुरू किया। इसका असर यह हुआ कि बाद गंज पुलिस ने कोठीबाजार निवासी प्रशांत( बिट्टू) बोथरा और रजनीश जैन के विरुद्ध धारा 120 बी के तहत मामला दर्ज कर लिया है। गंज टीआई एबी मर्सकोले ने बताया कि पंकज सोनी के साथ षड्यंत्रपूर्वक मारपीट करने पर दोनों युवकों के विरुद्ध धारा बढ़ाई गई है। मामले में तीन महिलाओं रेखा देशमुख, प्रिया बारस्कर और डिम्पल बर्मन पर पूर्व में ही धारा 294, 506, 323, 34  के तहत प्रकरण दर्ज हो चुका है।  उन्होंने बताया थाने के उपनिरीक्षक सन्दीप परतेती विवेचना कर रहे है। अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई हैं। गंज पुलिस के जांच अधिकारी उपनिरीक्षक सन्दीप परतेती ने बताया कि जांच प्रत्येक बी बिंदुओं पर की जा रही है। महिलाओं के कॉल डिटेल निकालकर बारीकी से जांच की जाएगी। 


जांच रिपोर्ट में हो चुका है खुलासा


पत्रकार पंकज सोनी पर 29 अक्टूबर को अपने कार्यालय जाते समय घर के साथ चौराहे पर नकाबपोश महिलाओं ने सुनियोजित हमला किया था। इस मामले में महिलाओं ने नर्मदापुरम आईजी  को शिकायत की।  उनकी शिकायत पर डेढ़ माह पहले ही जांच रिपोर्ट बैतूल पुलिस के पास आ चुकी है, लेकिन पुलिस आरोपियों पर कार्यवाही नहीं कर पाई। इस घटना से बैतूल से लेकर भोपाल तक के पत्रकारों में रोष व्याप्त था।  पुलिस के ढुलमुल रवैया पर पत्रकारों ने भी नाराजगी जताई थी। पुलिस को षड्यंत्र रचने वालों पर आखिर मामला दर्ज करने में लंबा समय लग गया।

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