भोपाल मध्य प्रदेश गवर्नमेंट इस दिशा में अपना ध्यान आकर्षित करें की छत्तीसगढ़ सरकार के पुलिस महकमे के अधिकारी पत्रकारिता जगत के क्षेत्र में इस तरह का पुलिस का बर्ताव और व्यवहार पुलिस की गुंडागर्दी को खुलेआम दर्शा रहा है भोपाल आकर समाचार पत्र पत्रिका के कार्यालय आकर दबाव बनाकर पूछताछ कर रहे हैं जबकि पत्रकारिता के क्षेत्र में कभी भी उस पत्र समूह को सूत्र बताने का कोई भी विभाग या कर्मचारी के द्वारा दबाव नहीं बनाया जा सकता क्योंकि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एवं पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर यह एक घातक हमला नजर आ रहा है
पुलिस प्रशासन के यह दोनों अधिकारी
तत्काल प्रभाव से भारत सरकार को निलंबित किया जाना चाहिए क्योंकि इस तरह मीडिया के चौथे स्थान पर दबाव बनाकर डरा धमका कर अपने अपराध को नहीं छुपाया जा सकता क्योंकि अगर श्रीमती पाठक मैडम के द्वारा समाचार प्रकाशित किया गया तो बगैर किसी सत्यता के नहीं छापा गया होगा नहीं प्रकाशित किया गया होगा क्योंकि मीडिया जगत में हम सभी पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े लोग सबसे पहले उस सूचना की जांच पड़ताल करते हैं उसके बाद ही उसे हम प्रचारित प्रकाशित करते हैं क्योंकि कहीं ना कहीं हम भी कानून के दायरे में है लेकिन इस तरह वर्दी का रौब दफ्तर में जाकर दोनों अधिकारियों के द्वारा और जो भी साथ में असामाजिक तत्व के द्वारा धमकी दी गई यह घोर निंदनीय है
मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष जर्नलिस्ट एंड प्रेस एम्पलाइज वेलफेयर सोसाइटी इस घटना की घोर निंदा करता हूं और महामहिम राष्ट्रपति को सौंपा गए शिकायत पत्र का समर्थन करता हूं इस तरह पुलिस के कर्मचारियों ने जो बर्ताव किया है एक महिला वरिष्ठ जगत विजन संस्थान के संपादक के साथ यह घोर निंदनीय है और जिस तरह से स्टाफ को धमकाना कहीं ना कहीं अधिकारी कर्मचारियों की इस समाचार के माध्यम से मैडम के द्वारा इनकी बाहें खोली गई हैं इसलिए यह दिल मिला कर अपने बचाव के लिए दबाव बना रहे हैं जोकि कानूनन अपराध है तत्काल एफ आई आर दर्ज कर इन्हें निलंबित किया जाना चाहिए मैं इस समाचार के माध्यम से मांग करता हूं
जो फोटोग्राफ्स मुझे प्राप्त हुए हैं हमें इस समाचार में प्रसारित कर रहा हूं एवं पत्र जो महामहिम राष्ट्रपति महोदय भारत को दिया गया है
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