दीवाल पोत दूंगा

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कहते हैं हम तो हैं मर्जी के मालिक जिसे जो बने उखाड़ लो

 खबर बैतूल मध्य प्रदेश से l


बस चालकों को किसी का खौफ नहीं है माचना ब्रिज के पास बीच रोड में कर दे रहे हैं बस पास हो रहा है ट्रैफिक जाम l





कल प्रकाशन होने के बाद भी यातायात विभाग अपनी नींद से ज्यादा नहीं है बस चालक के ऊपर नहीं की जा रही है ?


यातायात व्यवस्था ध्वस्त नजर आ रही है जिसकी ध्यान मन मर्जी हो रही है वहां गाड़ी हो रही है पार्क l


बस चालक और और कर बाइक रोड पर खड़ी करने वाले के ऊपर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हो रही जिससे यातायात बाधित हो रहा है l


गंज क्षेत्र में हिरानी होलसेल के पास कि आप देख लीजिए किस तरीके का लगता है जाम ?

सड़कों पर ट्रैफिक जाम करने के कारण अगर कोई भी व्यक्ति बस चालकों से बात करता है तो उसे कुचलना की धमकी देते हैं ज्यादा बात करेगा तो टायर के नीचे दे दूंगा अब बताओ आम जनता अपने हक की लड़ाई के लिए बोल भी नहीं सकती बस वालों की मर्जी है जब जहां चाहे जैसे गाड़ी रोक कर सवारी उतार दे चढ़ा ली कई बार अचानक गाड़ी रोकने से पीछे आने वाली गाड़ी की टक्कर हो जाती है उसे पर भी दोषी वह पीछे से आने वाली गाड़ी कहलाई जाती ना कि सामने चलने वाली गाड़ी यह भी एक गंभीर विडंबना है कानून को ताक पर रखकर बस चालक अपनी मनमर्जी से बसों को चला रहे हैं और प्रशासन इस विषय पर मौन धारण कर यह सब देख रहा है

जिला प्रशासन के द्वारा इस विषय में कोई भी ठोस कदम आज तक नहीं उठाया गया जबकि यह विषय लंबे समय से समाचार के माध्यम से उठाया जा रहा है और शिकायत भी की गई है किस तरह से लोग सड़कों पर गाड़ी खड़ी कर दुर्घटना को अंजाम देने में पीछे नहीं होते हैं बस चालकों की यह गुंडागर्दी अब चरम पर पहुंचते जा रही है ऐसी अवस्था में कोई बड़ी दुर्घटना घटने की संभावना है क्योंकि जो भी व्यक्ति इस विषय में इसे कहता है उसको करने की धमकी देते हैं अब जिला प्रशासन के हाथ में है कि वह किस तरह से इस समस्या का समाधान करें क्योंकि कई बार बस संचालक की बैठक भी हो चुकी है लेकिन इसके बाद भी बस संचालक और उनके ड्राइवर और उसमे बैठा स्टाफ बदतमीजी करने से बाज नहीं आता वहीं यातायात की दृष्टि पर भी प्रश्न चिन्ह hai

जिला परिवहन विभाग भी इस दिशा में खामोशी से सब कुछ देख रहा है उसे अपने राजस्व से मतलब है और लोगों की जानू माल की सुरक्षा से उसे कोई लेना देना नहीं आप देखेंगे सड़कों पर ऐसी जानलेवा कंडम बसें जो कि प्रदूषण को भी बढ़ावा दे रही है और लोगों की जानू मन से खेलने के लिए सड़कों पर दौड़ रही है जिनकी हालत नहीं है कि वह सड़कों पर चल सके फिर भी उन्हें फिटनेस प्राप्त है अब यह फिटनेस कौन सा इंजीनियर इन्हें प्रदान करता है कि यह बस सड़कों पर दौड़ने लायक है यह भी एक सबसे बड़ा प्रश्न है लेकिन इस पर भी कोई ध्यान देने वाला नहीं है इसलिए कई लोग मौत के गाल में समा जाते हैं सड़क दुर्घटना का मुख्य वजह है कंडोम गाड़ियों का होना और बेवजह ठोस ठोस कर बसों में लोगों को भरकर यात्रा करना चंद रुपए के लालच में बस मालिक इस तरह से कंडोम गाड़ियों को सड़कों पर उतर कर लोगों की जानू मार से खेल रहे हैं और कई ड्राइवर नशे के हालात में सड़कों पर फर्राटे दार रहवासी एरिया जहां पर लोग बसे हुए हैं रह रहे हैं वहां इतनी रफ्तार से दौड़ते हैं कि लोग सड़कों पर आने से डरने लगे यह हालत है 

कमानी गेट से लेकर चिखलार के मध्य की जी रोड पर आए दिन दुर्घटना होना आम बात है वहीं सड़कों पर अतिक्रमण भी जोरो से नजर आता है फुटपाथ तो चलने का दिखता ही नहीं है पैदल चलने वाले जान बचा बचा के चलते हैं

जिला प्रशासन को कई बार इस विषय में शिकायत की जा चुकी है यहां तक की व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए चक्का जाम भी किया गया लेकिन प्रशासन के कान पर जन तक नहीं रहेंगे यह एक गंभीर विषय है

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