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ग्वालियर में आधीरात के वक्त एक पुलिस अफसर ने जो किया उसे सुनकर सब उनकी तारीफ कर रहे हैं SDOP संतोष पटेल ने रात्रि गश्त के दौरान सड़क पर ठिठुर रहे एक बुजुर्ग को राहत भरी गर्माहट दी. पटेल ने बुजुर्ग को अपना टोपा और मोजा उतारकर पहनाए और उनके रात में रहने का इंतजाम कियाl

 खबर ग्वालियर मध्य प्रदेश से

स्टेट ब्यूरो इमरान खान की खबर l






ग्वालियर में आधीरात के वक्त एक पुलिस अफसर ने जो किया उसे सुनकर सब उनकी तारीफ कर रहे हैं SDOP संतोष पटेल ने रात्रि गश्त के दौरान सड़क पर ठिठुर रहे एक बुजुर्ग को राहत भरी गर्माहट दी. पटेल ने बुजुर्ग को अपना टोपा और मोजा उतारकर पहनाए और उनके रात में रहने का इंतजाम कियाl


 इसका वीडियो सोशल मीडिया पर आ गया l



संतोष कुमार पटेल ने अपनी सेवाएं बैतूल शहर में भी दे चुकी हैं अपनी कार्यप्रणाली को लेकर काफी चर्चा में रहे थे l


खुले आसमान में बरसाती पर ठिठुरते 3 डिग्री टेंपरेचर में बेसहारा व्यक्ति को पुलिस ने देश भक्ति जन सेवा की कैप पहनाकर दिखाई मानवता l


पुलिस के नाम से गुंडे बदमाश थरथर कांपते हैं ऐसे ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें पुलिस ने दिखाई मानवता l


 *ग्वालियर पुलिस अपराध नियंत्रण के साथ जन सेवा की पेश कर रही मिशाल* 


*बुजुर्ग को ट्रक ड्राइवर ने बहस के कारण आधी रात को हाइवे पर छोड़ दिया था* 


पुलिस कप्तान अमित सांघी द्वारा राजपत्रित अधिकारियों की देहात में सप्ताह में 2 दिन गश्त लगाई जाती है। जिसमें थाना के गश्त को चेक जाता है और रात्रि में चोर बदमाशों की चेकिंग की जाती है। रात्रि गश्त में निकले घाटीगाँव एसडीओपी संतोष पटेल की टीम को खुले आसमान में आगरा बॉम्बे हाइवे पनिहार टोल नाका के पास किनारे पीले रंग की बरसाती, बगल में सुलगती हुई लकड़ियां और पीछे बेंच में ओस से भीगती 2 रोटियां रखी दिखी। रोटियों के बारे में दुकानदार से पूँछा तो पता चला कि कोई व्यक्ति सो रहा है जिसे कोई ट्रक वाला छोड़कर चला गया है। पुलिस ने उसे जगाया तो पता चला कि उसका साथी ड्राइवर जिससे किसी बात को लेकर अनबन हो गयी थी और वह उसे रात के 2 बजे रास्ते मे छोड़कर चला गया है। वह दुकान से 4 रोटी मांगकर लाया था जिसमें से 2 खा ली थी और 2 रखी थी। किसी ट्रक वाले ने 2 गज की पीली बरसाती और एक साल दे दिया था जिससे लिपटा हुआ आग की आंच के सहारे लेटा था। पुलिस ने उसे उठाकर दुकानदार अमर रावत की दुकान के पीछे बनी झोपड़ी में लिटाया और पास में आग जलवा दी।  उसके बाद वह उठकर आग के पास बैठ गया तब पुलिस को एहसास हुआ कि इतनी ठंड में कैसे नींद आएगी। ठंड के प्रवेश द्वार कान और पैर होते हैं। उसके पास कान बांधने के टोपा नहीं था, पैरों पर जूते मौजे नहीं थे। एसडीओपी ने अपने सर पर लगाया मध्यप्रदेश पुलिस की देश भक्ति जन सेवा का टोपा उतारकर उसे पहनाया और मौजे भी पहनाए, उसके बाद युवा दुकान अमर की झोपड़ी में उस व्यक्ति को सुला दिया। जिसे सुबह किसी वाहन में बैठाकर वापस ग्रह जिले की श्योपुर भेजा। 


उसको हमारी जरूरत थी इसीलिए ईश्वर ने हमें वहां पर पहुंचाया अन्यथा हम भी ठंड में अपने घर पर सोते। अच्छे कार्य करने से मन को संतुष्टि मिलती है और उसका प्रचार प्रसार करने से व्यक्ति में समाज सेवा का भाव जागता है। यही देश भक्ति जन सेवा का मूल उद्देश्य है।

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