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स्वदेशी जागरण मंच एवं राष्टीय स्वयं सेवक संघ के आनुषंगिक संगठन के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 01 फरवरी 2025 से 10 फरवरी 2025 तक दस दिवसीय मेला का बैतूल पुलिस ग्राउंड में आयोजन किया गया

 खबर बैतूल से स्वदेशी जागरण मंच एवं राष्टीय स्वयं सेवक संघ  के आनुषंगिक संगठन के  संयुक्त तत्वाधान में  दिनांक 01 फरवरी 2025 से 10 फरवरी 2025 तक दस दिवसीय मेला का बैतूल पुलिस ग्राउंड में आयोजन किया गया ।




स्वदेशी जागरण मंच द्वारा इस मेले के आयोजन का मुख्य उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों की जन जागृति  व जन जन तक स्वदेशी  उत्पादों का उपयोग कर समाज में उद्यमिता विकास तथा स्वरोजगार को बढ़ावा देना है।जनअभियान परिषद् के उपाध्यक्ष एवं राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त श्री मोहन नागर जी द्वारा इस आयोजन का शुभारंभ किया गया 

 जिसमें बैतूल विधायक श्री हेमंत खंडेलवाल, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष श्रीमती पार्वती बाई बारस्कर,संजीव शर्मा जी ,संजीव पचौरी , उज्जवल ठाकुर जी, परिहार जी, घनश्याम मदन जी स्कूल मेला आयोजन समिति के सभी पदाधिकारी और मेले में स्वदेशी का प्रचार करने आए सभी व्यापारी बंधुओ के माध्यम से उदघाटन किया  गया।

 वंदे मातरम को लेकर के हमारे देश में आजादी का आंदोलन प्रारंभ हुआ और सन 1900 के लगभग देश में बंगाल का विभाजन अंग्रेजों ने किया उस समय हमारे देश में स्वदेशी आंदोलन ने जोर पकड़ा जो लाल बाल और पाल जिनके नाम से हम जानते हैं लाला लाजपत राय बिपिन चंद्र पाल और लोकमान्य तिलक उनके साथ में स्वतंत्र वीर विनायक दामोदर सावरकर और गुरु रविंद्र नाथ टैगोर ऐसे पांच महान महापुरुषों का नाम स्वदेशी आंदोलन के प्रारंभ में जुड़ा विदेशी वस्तुओं की होली जलाना विदेशी सामानों का बहिष्कार करना ।

यही स्वदेशी आंदोलन था। यह आंदोलन लंबे समय तक देश में चला लोकमान्य तिलक जी ने इस आंदोलन को व्यापक रूप दिया बाद में महात्मा गांधी जी ने इसी आंदोलन को स्वराज के माध्यम से भारतीय जन मानस तक पहुंचाया  और इस तरह स्वदेशी आंदोलन में देश में विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार कर अंग्रेजों का विरोध  स्वतंत्रता में बहुत बड़ा योगदान रहा ।हमारा देश स्वतंत्र हो गया

 हमने अपने देश के अनुसार अपने देश की नीतियां बनाई और उसी आधार पर हमने अपने देश की प्रगति  का पथ निर्धारित किया लेकिन हमारे देश के तत्कालीन कर्ताधर्ताओं के मन में कुछ और ही था भारत की प्रगति को लेकर  उनके दिमाग में यूरोप की प्रगति थी । इसलिए 80 90 वर्ष के बाद देश में स्वदेशी मंच का जागरण हुआ। और राष्टीय स्वयं सेवक संघ के आनुषंगिक स्वदेशी जागरण मंच की स्थापना हुई।

स्वदेशी उत्पादों का उपयोग व्यापक स्तर पर जन जन तक अपनाने  तथा समाज में उद्यमिता व स्वरोजगार को बढ़ाने के उद्देश्य को लेकर स्वदेशी जागरण मंच इस मेले के आयोजन से समाज में यह संदेश देने का प्रयत्न कर रहा है। स्वदेशी उत्पादों को अपना कर हर व्यक्ति इस आंदोलन का हिस्सा बन सकता है।

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