पुलिस कप्तान का ही कोतवाली में एसआई बुंदेली को है सहयोग जबकि रिश्वत देने वाले ने वीडियो में स्वीकार किया जिसकी न्यूज़ भी प्रकाशित की गई थी लेकिन जिसके सर पर आला अधिकारी का हाथ हो उसका कौन बिगाड़ सकता है फिर यह कहावत चरितार्थ हो रही है
कल दिनांक15-7-23 को हमने न्यूज़ प्रकाशित की गई थी जिसने बुंदेले SI द्वारा 5000 की राशि हमारे ब्यूरो विजय मालवीय के सामने लल्ली चौक पर कासम को वापस लौट आई आला अधिकारी को जानकारी दी इसके बाद भी पुलिस प्रशासन ने इस पुलिसकर्मी के ऊपर किसी प्रकार का कोई कार्यवाही नहीं की !
Doshi police karmchari ki Shikayat ke bad Kotwali Thana mein sdop Betul ke dwara shikayatkarta se Charcha ki Gai Jiske dwara Bataye bhi gaya ki si ke dwara kis tarike se paise liye Gaye aur kya jawab hai Iske bavjud Bhi Koi karyvahi Nahin Ki gai
इस तरह दोषी कर्मचारी को आला अधिकारियों का Vashi karmchari ko Ala Adhikari ka Sahyog Milta रह तो ना जाने आगे और क्या क्या घटना स्थिति निर्मित होगी यह देखना होगा
अब जो गाड़ी छुड़ाने आए थे वह हजार किलोमीटर का सफर तय करके आए थे उनके पास खाने को भी नहीं थे उसके पश्चात भी पुलिस अधीक्षक का कहना बनता है कि हमारे पास शिकायतकर्ता का आवेदन नहीं आया है अब शिकायतकर्ता या तो अपना आवेदन देता या अपनी गाड़ी छुड़ाकर वापस ले जाता फरियादी कासम द्वारा बताया गया कि मैं किसी प्रकार का आवेदन नहीं देना चाहता है पुलिस के मामले में नहीं फंसना चाहता पुलिस मेरे ऊपर ही केस बना देगी ..ऐसे ही है हमारे प्रदेश बैतूल शहर की पुलिस की कार्यप्रणाली ! जो फरियादी के अंदर ही दहशत का माहौल पैदा कर देती है
कल रात्रि का मामला गोवंश के बारे में उनके परिवार द्वारा पुलिस अधीक्षक को आवेदन देने कंट्रोल रूम पहुंचे जिसमे भीम सेना के साथ में पंकज अतुलकर अलीम महफूज और कुछ पत्रकार साथी थे जिस व्यक्ति को पकड़ा है जो आरोपी है गोवंश के साथ उसी के परिवार का कहना है कि 5 साल से वह हमारे परिवार से दूर रह रहा है पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई करें इसमें हमारी परिवार का कोई लेना देना नहीं है जब हम फोटो खींच रहे थे तो एसपी साहब ने बोला फोटो खींचने का अधिकार आपके पास नहीं है आप फोटो कैसे खींच रहे हैं ?
हमने पुलिस अधीक्षक से को फोन पर बात करी तो पुलिस अधीक्षक का कहना बनता है कि मैं किसी और काम से व्यस्त था और भी काम रहते हैं जबकि पुलिस अधीक्षक एडिशनल एसपी द्वारा कंट्रोल रूम में लंच किया जा रहा था लंच करने के बाद ही हम हमारे द्वारा उनसे मुलाकात की गई l
दीवाल पोत दूंगा डीपीडी इंडिया न्यूज़ आपसे निवेदन करता है कि बुंदेले साहब के ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए जिसने हमारे ब्यूरो से भी ₹500 का चालन बोलकर ₹300 का चालान थमा दिया और ₹200 वापस नहीं दिए जब ₹200 की बात की गई तो ₹200 भाड़े के लगते हैं और हमारा कॉल काट दिया l
जिस गाड़ी का चालन बनाया गया उस गाड़ी का एक्सीडेंट हुआ था l जिस गाड़ी को टक्कर मारी गई थी उसमें घायल को ही चालानी कार्रवाई से गुजरना पड़ा
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